Sitemap क्या होता है / blog/Website के लिए Sitemap कैसे बनाये?- tips and tricks

Sitemap क्या होता है / blog/Website के लिए Sitemap कैसे बनाये?

आज कल लोग इतनी वेबसाइट या blog बनातें हैं और उसमें Sitemap भी लगाते हैं लेकिन हमें ये जानना जरूरी है कि Sitemap क्या होता है और blog/Website के लिए Sitemap कैसे बनाये? ये क्यों जरूरी होता है? कुछ साल पहले क़ी बात क़ी जाये तो Government की वेबसाइट में एक link होता था जो main page से जुडा होता था. उसी main page क़ो Sitemap कहते हैं. अभी तक बहुत से use अपनी वेबसाइट में html sitemap का use करते थे. लेकिन समय के बदलाव के कारण अब sitemap भी बदल गए हैं.

जो sitemap html में होते थे अब लोग xml sitemap अपनी website/ blog में publish  करने लगे हैं.  जो पहले Target Audience पर चलते थे लेकिनअब search Engine में सारा काम होता है.

अभी हाली में मुझसे बहुत से लोगों ने पूछा था कि Sitemap क्या है इससे क्या होता है? ये Sitemap वेबसाइट के लिए क्यों जरूरी होता है और कैसे Sitemap बनाते हैं? इन्हीं सवालों   क़ो लेकर आज मैंने सोचा कि क्यों ना Sitemap के बारे में जानकारी दी जाय. बहुत से नये blogger हैं और उनने हाल ही में नये blog बनाया है, तो उनको इसके बारे में जरूर मालूम होना चाहिए. तो आजके लेख में इसी जानकारी क़ो जानेंगे कि Sitemap क्या होता है और Sitemap कैसे बनातें हैं ऐसी बहुत सी बातों क़ो जानते हैं तो देर किस बात कि  तो चले शुरू करते हैं.

Sitemap क्या होता है (What is Sitemap in Hindi blog)

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sitemap kya hota hai अगर में सरल भाषा में कहूं तो sitemap एक Website के page की list होती है जिसमें सारे post, image, url, आदि आते हैं. चलिए इसके बारे में google क्या कहता है. google के अनुसार sitemap वो page की list होती जिसमें website या blog के सारे url या page show हो सकें. इससे आपकी वेबसाइट renk नहीं करती तो sitemap बनाने के बाद google search engine या किसी भी search engine क़ो पता चल जाता है की आपकी वेबसाइट हैं और किस रूप में है. जिससे search engine क़ो आपके blog / website  क़ो समझने में मदद मिल सकें.बहुत कम मामलों में  कभी कभी Google के spider उस pages को crawl करने में असमर्थ होता है.

Sitemap हर blog / website के लिए इसलिए inportent माना गया है क्योंकि Search Engines क़ो आपके blog के page के बारे में मालूम चल सकें जिससे वेबसाइट पर आने वाले use क़ो Search Engines दिखा सकें कि आपकी website में kya content लिखें है और कब किस समय पर update होते है. ये सब जानकारी Search Engines ही देता है. इससे फायदा है कि आपकी blog post content  किसी भी Search Engines में show होने में मदद मिलती है.

WordPress XML Sitemap क्या है

Sitemap एक page की list होती है जिसको user आपकी वेबसाइट क़ो access कर सकता है. XML Sitemap बनाना ऐसा ऐसा तरीका है जिसमें Blog Owners अपने सभी page क़ो Search Engines क़ो बता सकता है, ताकि Search Engines क़ो आपकी वेबसाइट पहचानने में मुश्किल ना हो. Search Engines ये भी समझता है कि XML Sitemap बनाने में उसके कौन से link बहुत inportenet है. और page regularly Update कब होते है. Sitemap बनाने से आपकी वेबसाइट search ranking boost तो होती है साथ में crawl होने में भी मदद मिल जाती है.

XML Sitemap हमक़ो क्यूँ चाहिये

‘SEO'(Search engine Optimization) की बात करें तो किसी भी website के लिए Sitemap inportent होता है यानि हर Website /blog के मालिक क़ो Sitemap बनाना जरूरी है. जैसा मैंने पहले ही कहा दिया था कि Sitemap बनाने से  Website renking नहीं बढ़ती है लेकिन हाँ जो page Indexनहीं तो इससे आपकी Website page Index हो जाते है. जो एक blog/Website बनाने वालो के लिए अच्छी बात है. इससे kya होता है जो नये blog हैं उनके individual post में ज्यादा Back-links मिलते नहीं हैं जिससे search engines क़ो दिखते नहीं है और search engines के लिए  मुश्किल बात है.

अगर किसी पुराने website क़ी बात क़ी जाय तो Search Engine क़ो काफ़ी समय मिल जाता है आपकी वेबसाइट के लिए. जिससे वो सारे pages क़ो indexed कर चुका होता है और Search Engine धीरे- धीरे आपकी webside page Crawl करता रहता है. जैसे जैसे आप post update करते हैं तो Search Engine क़ो पता चल जाता है जिससे वो वेबसाइट के Crawl Rate fix करने का काम करता है. जिससे websites Overall Visibility  बढ़ जाती है.

Search Engine Sitemap को कैसे खोजता है

Search Engines क़ी बहुत ही smart technology होती है Sitemap ढूंडने में. ज़ब आप कोई पोस्ट लिखकर publish करते हैं तब एक ping से Search Engines क़ो पता चल जाता है की कि आपके Website के sitemap में कुछ नया बदलाव हुआ है.

Different Types of Sitemaps hindi

आज post में हम ये जानेंगे कि Sitemap कितने प्रकार होते है


वैसे आपको ध्यान दूं कि Sitemap Sitemap दो प्रकार के होते है.

  • HTML Sitemap (Hypertext Markup Language) होते हैं
  • XML Sitemap (Extensible Markup Language) होते हैं.

अब XML Sitemap क़ो भी दो भाग होते हैं.

  • Index Sitemap (कितने  URL Sitemap होते हैं किसी website में )
  • URL Sitemap (Webpage पर URL की अंतिम जानकारी देता है )

 

URL Sitemap के भी तीन भाग होते हैं

  • Sitemap for Webpages (इसे Community में XML Sitemap भी कहा जाता है )
  • Image Sitemap (Website में उस images के सभी URL और उसकी details )
  • Video Sitemap (Website में उन Videos के details लिस्ट )

 

HTML Sitemap kya hota hai?

जैसे कि मैंने आपको बताया था कि  ये एक ऐसा प्लेटफार्म है जो Website की वो सभी जानकारी देता है. और साथ में लोकेशन की भी जानकारी रखता है. जिसकी मदद से user जल्दी आपकी वेबसाइट एक्सेस कर सकें. आप एक उदाहरण के तौर पर समझें कि वेबसाइट में बहुत page होते हैं और कोई user उन page क़ो एक एक करके देखेगा तो उसका time खराब होगा इसलिए sitemap के द्वारा user आपकी वेबसाइट के एक जगह पर जरूरत की चीज आसानी से खोज लेता है. sitemap वेबसाइट के सारे pages क़ो एक प्लेटफार्म लें आता है.

What are XML Sitemaps in Hindi ?

XML नॉर्मली एक भाषा की तरह होता है जो सभी information store करने का काम करती हैं किसी object क़ो pre defined फॉर्मेट में बदलने का काम XML करता है. लेकिन हम इन फॉर्मेट क़ो नहीं समझतें लेकिन Search Engines  (XML) क़ो आसानी से समझ लेता है. तो हम कहा सकतें हैं कि XML sitemaps क़ो search engine के लिए ही बनाया गया है जो आपकी वेबसाइट या ब्लॉग के Internal और external resources वो सभी इनफार्मेशन search engine क़ो दी जा सकें.

Video Sitemaps

अगर चाहें तो Videos की Sitemap भी बनाया जाता है इसके लिये हम नयी file सबमिट करके Video Information दे सकतें हैं. Information add करने पर किसी भी वेबसाइट visibility Rich Snippet अधिक होने में मदद मिलती है. लेकिन आपको बता दूं कि गूगल उन video Format जैसे- mp4, mpeg, mpg,wmv,ram, avi, ra आदि फॉर्मेट crawl कर सकता है.

Image Sitemaps

Image Sitemap महत्वपूर्ण भाग है किसी भी वेबसाइट का.  आप normal sitemap तो बनाते हैं लेकिन आप ये चाहतें हैं कि Google Image Search results में आपकी वेबसाइट images show हो तो आपको Image Sitemap बनाना होगा. इसके लिए Google Search Console Tools में उसी images की सभी informations क़ो Video Sitemaps के साथ उसी existing Sitemap में add करा सकते हैं.

Sitemap कैसे बनातें हैं –

यह सबसे बड़ा फायदा XML Sitemap बनाने का कि ये होता है कि सब Metadata का inclusion इसमें बड़ा फैक्टर होता है. इससे ये फायदा होता है कि page के content में सारी additional जानकारी डाल सकतें हैं एक XML Sitemap क़ो ऐसे बनाया जाता है.

Step 1:सबसे पहले आप Text File बनायेंगे, फिर उसका नाम ‘Sitemap’  लिखें और बाद में  (.xml) के फॉर्मेट लिखकर save करें.

जैसे मेरी वेबसाइट है blogmeto.com तो हम वेबसाइट के पूरे url क़ो लिखकर sitemap.xml के रूप में save करेंगे
जैसे –  https://blogmeto.com/sitemap.xml

Step 2: इसके बाद हमे Search Engine क़ो बताना होता है कि हमने Sitemap में क्या और कोन सा Sitemap encode हुआ है वो use करें आपको कौन सी Script use करनी है वो नीचे बताई हैं. 

  1.  <?xml version=”1.0″ encoding=”UTF-8″?>
  2. <urlset xmlns=”http://www.sitemaps.org/schemas/sitemap/0.9″>
  3. </urlset>

 

Step 3:
स्टेप बाद में हम उसके सभी relevant URLs को add कर देते है. ऐसा urlset tag क़ो बंद करने से पहले इसका use करते हैं. नीचे कुछ URL entry कैसे करते हैं वो सभी steps देख सकते हैं.

  1.  url
  2. http://www.website.com/</loc>
  3. <lastmod>2012-12-12</lastmod>
  4. <changefreq>daily</changefreq>
  5. <priority>1</priority>
  6. </url>

यहां page link करने के लिए loc-tag का इस्तेमाल करते हैं.  यहां अपने URL इन tags के बीच में रख सकतें हैं. lastmod ये बताता है कि अपने लास्ट page क़ो कब मॉडिफाइड किया था. Change-freq का अर्थ है कि उस page में कितनी बार बदलाव हुआ है. frequency of change में daily,hourly, , weekly, monthly, yearly… बदलती रहती है. और बाद में आपको archived URL के लिए ‘never’ का भी इस्तेमाल करना चाहिए.

priority-tag का इस्तमाल कर आप सारे page क़ो उनके priority के अनुसार सभी केटेगरीज़ बना सकतें हैं. Priority values की range जो 0.0 से 1.0 तक होती है जिसमें 1.0 तक क़ो बेस्ट माना जाता है. यदि आप 0.5. सभी pages में Priority values करते हैं तो pages renk ज्यादा अंदर नहीं होता है. ये सब एक दूसरे के relative होती हैं. यहाँ loc tag  डालना compulsory है, changefreq, lastmod, and  priority tags optional और inportent हैं.

Step 4:  ज़ब आप SiteMap बना लेते हैं और अब समय आता है Site में upload करने का,  तो Root Directory में ही add करने चाहिए. ज़ब आप SiteMap बनातें हैं तब इसके लिए कुछ बातों क़ो जानना जरूरी है जो आपके काम आ सकती हैं. :

  • अपने सभी URLs एक sitemap के host मिलते जुलते हों.
  • कोई भी URL की maximum length 2,048 characters से अधिक की नहीं होनी चाहिए.
  • बेहतर होगा एक sitemap में maximum 50,000 URLs ही रखने चाहिए.
  • आप जानते हैं कि Sitemap का maximum file size 50 MB का होता है .

यदि आपका Sitemap बड़ा लग रहा है तो इसे multiple Sitemap में बाँट या split कर सकतें हैं जिसके लिए Sitemap Index file क़ो add करने होता है. यहां कुछ tags नाम बताएं गए हैं जिसका example आप निचे  देख सकते हैं :

  1. 1   <?xml version=”1.0″ encoding=”UTF-8″?>
  2. <sitemapindex xmlns=”http://www.sitemaps.org/schemas/sitemap/0.9″>
  3. <sitemap>
  4.  
  5. <loc>http://www.website.com/sitemap1.xml</loc>
  6. </sitemap>
  7. </sitemap>
  8.  
  9. <loc>http://www.website.com/sitemap2.xml</loc>
  10. </sitemap>
  11. </sitemapindex>

यहां गौर करें कि Sitemap Index file via the <loc> tag से दो sitemap file क़ो link कर रही है . जैसे कि मेने बताया है कि एक Sitemap Index file में लगभग 50,000 Sitemaps link हो सकतें हैं.

Sitemap को validate कैसे करते हैं?

ये तो सभी जानते हैं कि किसी किसी कोड से error को ढूंडना कितना आसान है इसी प्रकार हम अपने Sitemap क़ो submit करने से पहले Validate करके उसे error free बना सकें. Internet की दुनिया में बहुत सारे tools हैं Sitemap chack करने के जिसमें आप आसानी से अपना Sitemap और उसकी कमियाँ chack कर सकतें हैं. इसमें आप Google Webmaster Tools का उपयोग करते हैं. जिसमें आप add/test Sitemap Button को Click करतें हैं जो Optimization>Sitemap में ठीक नीचे होता है. इनकी मदद से आप chack करने के बाद Sitemap submit कर सकतें हैं.

Search Engines क़ो Informing कैसे दें

ज़ब आप Sitemaps बना लेते हैं और validate भी कर लेते हैं और अब समय आता है Search Engines क़ो जानकारी देने का. इसके लिए google और bing में अपनी वेबसाइट sitemap की लोकेशन की जानकारी देना होगा. Google के लिए अकॉउंट में login करने के बाद उसके right side में ‘add sitemap’  का जो button होगा जहाँ पर आपको sitemap url पेस्ट करना पड़ेगा और आपका sitemap सबमिट हो जायेगा.

bing में आपको bing webmaster tools का use करना पड़ेगा अपना sitemap बनाने के लिए और उसमें भी sitemap url पेस्ट करना है. और साथ लोकेशन की जानकारी देना होती है.


sitemap बनाने के बाद Alternatively आपको सर्च इंजन क़ो इनफार्मेशन देने के लिए robot.txt file भी add करनी पड़ती है जिसमे आपको extra लाइन लिखने की जरुरत है.
जैसे –

Sitemap:
https://blogmeto.com/sitemap.xml

यदि आपने Sitemap Index file submit कर दिया है, तो ठीक है यदि पहले से है तो आपको extra लाइन डालने की कोई जरूरत नहीं है.

 

FAQ:Sitemap क्या होता है (What is Sitemap in Hindi blog)

Q.Sitemap क्या होता है? Blogging Sitemap के बारे मे बताए?

Ans.Sitemap एक Pages होता है जिसे blogger और website के लिए बनाया जाता है और जिससे सारे users access करके एक बार मे ही आपके site के बारे मे पता कर सके. XML Sitemap भी इसी प्रकार बनाया जाता है.

“दूसरी भाषा मे कहे, तो Sitemap क्या है?, कि (what is sitemap in seo in hindi मे जानकारी ), कि जिस XML file पर videos, images, या कोई text फ़ाइल को किसी page पर बनाते हैं,, तो वो page उस site का sitemap कहलाता है.”

Q.Blogger Blog का sitemap कैसे बनाते हैं? और submit कैसे करते है?

Ans.दोस्तों faq मे जानेंगे, कि xml sitemap kaise add kare , sitemap kaise add karte हैं?(Blogger के लिए) , sitemap kaise submit kare की जानकारी hindi मे बताएंगे step by step :

  1. Google sign in करके Google Search Console open करना है.
  2. फिर Left side पर Crawl करें
  3. Sitemap पर click करना है.
  4. अब आपको Add /test Sitemap का ऑप्शन आएगा.
  5. Add /test Sitemap पे click करें.
  6. अब Sitemap के लिए url सबमिट करें.
  7. Submit  पर click करें.

“Sitemap के बारे मे छोटा सा उदाहरण : जैसे मेरा blog का नाम https://blogmeto.com तो with sitemap उसका स्वरूप https://blogmeto.com/sitemap.xml जैसा होगा.”

Conclusion :

मुझे लगता है कि आपको मालूम चल गया होगा कि sitemap कितना जरुरी है यदि आपको ये लगता है वेबसाइट के कोई भी page बराबर mis ना हों, तो  आपको एक बात नोटिस करना होगा Crawlers में से किसी भी page miss न करें. इसलिए chack करें कि Crawlers में सभी page index हों. Change Frequency और Priority जैसे additional Metadata भी add किया जा सकता है. इसके बाद आप Video और image  के लिए भी sitemap तयार कर सकतें हैं. और sitemap बनाने के बाद validate करके Search Engines को notify जरूर करें.

मुझे पूर्ण आशा है की मैंने आप लोगों को Sitemap क्या होता है (What is Sitemap in Hindi) और blog/Website के लिए Sitemap कैसे बनाने के बारे में पूरी जानकारी दी और मेंरा पूरा विश्वास है आप लोगों को Sitemap के बारे में बहुत कुछ जान गए होंगे . मेरा आपसे निवेदन है कि मेरा लेख अपने आस पड़ोस, फैमिली, करीबी दोस्तों क़ो सोसल मिडिया प्लेटफार्म पर जैसे फेसबुक, ट्विटर आदि पर जरूर share करें. इससे हमारे बीच जागरूकता होती रहेगी और आपके सहयोग से मुझे भी आत्मविश्वास मिलेगा जिससे कि में और नयी जानकारीयां आपको दे सकूं.

मेरा हमेशा से यही कोशिश रहा है की मैं हमेशा अपने readers या पाठकों का हर तरफ से हेल्प करूँ, यदि आप लोगों को किसी भी तरह की कोई भी doubt है तो आप मुझे बेझिजक पूछ सकते हैं. मैं जरुर उन Doubts का हल निकलने की कोशिश करूँगा. आपको यह लेख Sitemap क्या है और Sitemap कैसे बनाये कैसा लगा हमें comment लिखकर जरूर बताएं ताकि हमें भी आपके विचारों से कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिले.

में हमेशा एक कोशिश में रहता हूं कि में आपने readers या पाठकों की कुछ ना कुछ help जरूर करूं, यदि आप लोगों के मन में कोई doubt है या आपको मेरी जानकारी Sitemap क्या होता है और Sitemap कैसे बनाए कैसा लगा तो कमेन्ट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं  ताकि आपके विचारों से हम अपनी गलती या कुछ सुधारने का मौका मिल सकें.

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